कुछ अंश उपन्यास के :-
"चिल्लाओ नहीं मैडम! आपसे कहीं उंची आवाज में चिल्लाना मुझे भी आता है। आप जैसे गरीबों का खून पीकर जिन्दा रहने वाले अमीरों की फिरत को मैं अच्छी तरह समझता और जानता हूं। इसे आप मेरी पहली और आखिरी चेतावनी मान सकती है' अगर कल तक बोनस का भुगतान न किया गया तो कथूरिया मिल में आग लगा दी जाएगी। हम मजदूर मिस्टर मनोज कथूरिया को भीख मांगने पर मजबूर कर देंगे' उनकी हस्ती नेस्तो नाबूद कर देंगे।"